नए शैक्षणिक सत्र से पहले 7127 स्कूलों को मिलेंगे शिक्षक

छत्तीसगढ़ के 7127 स्कूलों में शिक्षकों की भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। यानी प्रदेश के 7127 स्कूलों में जहां एक शिक्षक के सहारे स्कूल चल रहा था, अब वहां पर अन्य शिक्षकों की भी नियुक्ति की जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने करीब 3500 शिक्षकों की लिस्ट तैयार कर ली है। बताया जा रहा है कि इनकी नई पदस्थापना का आदेश अगले शैक्षणिक से पहले जारी कर दिया जाएगा । इसके अलावा बचे खाली पदों के लिए भी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण तहत अब प्रदेश में 7127 स्कूलों में या तो एक शिक्षक है या तो शिक्षक ही नहीं है। यहां पदस्थ शिक्षकों ने अपनी पदस्थापना सुविधानुसार मनचाहे स्कूलों में करवा ली है। जबकि वहां पहले से पद के अनुरूप शिक्षक मौजूद थे। ऐसे में वहां पर शिक्षकों की संख्या अतिशेष मिली है।
युक्तियुक्तकरण की कार्रवाई शुरू
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफा के बाद स्कूल शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास है। उन्हें जब स्कूलों में शिक्षकों की कमी और कुछ स्कूलों में अतिथि शिक्षक की जानकारी मिली तो जांच कर युक्तियुक्तकरण की कार्रवाई शुरू की गई है।
आगामी शिक्षा सत्र से पहले युक्तियुक्तकरण
स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार जांच के बाद करीब 3500 ऐसे शिक्षक मिले हैं जो पद के विरुद्ध दूसरे स्कूलों में संलग्न होकर बैठे थे। जबकि इनकी सैलरी पदस्थापना स्कूल से ही निकल रही थी। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद इन शिक्षकों को अपने मूल स्कूलों में भेजा जाएगा। कुछ शिक्षकों का दूसरे स्कूलों में भी तबादला होगा।
4500 शिक्षकों की अलग से होगी नियुक्ति
जांच में यह पाया गया है कि राज्य के 7127 स्कूलों में या तो एक भी शिक्षक नहीं है या एक शिक्षक के भरोसे स्कूल संचालित हो रहा है। ऐसे स्कूलों में शिक्षक की कमी दूर करने के लिए राज्य सरकार जल्द ही नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने वाली है। जिनकी पदस्थापना के बाद प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर हो जाएगी।
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छत्तीसगढ़ के भिलाई से ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। आईआईटी के चार प्रोफेसर ठगी का शिकार हो गए। एक ट्रेवल एजेंट ने प्रोफेसरों को अंडमान निकोबार घुमाने का झांसा दिया। मामले में ट्रेवल एजेंट ने प्रोफेसरों से 1.63 लाख रुपए ठग लिए। एडवांस में पैसा लेने के बाद भी न टिकट बुक कराई और न पैसा लौटाया।
इसके बाद चारों प्रोफेसर्स ने अंजोरा चौकी में इसकी शिकायत की। पुलिस ने आरोपी ट्रेवल एजेंट के मोबाइल नंबर धारक के खिलाफ रविवार को केस दर्ज कर लिया है। पुलिस को प्रोफेसर अनिल साव निवासी आईआईटी कैंपस ने शिकायत की।
ऐसे की लाखों की ठगी
प्रोफेसर ने बताया कि वह और उसके तीन प्रोफेसर साथी, जिनमें डॉ. सब्याशसाची घोष, डॉ. शेषा पवन कुमार और डॉ. अभिजीत पाल, केंद्र सरकार की योजना एसटीसी के तहत अंडमान निकोबार घुमने जाने वाले थे। परिचितों के माध्यम से ट्रेवल एजेंट का नंबर मिला।
एजेंट के बात करने पर उसने अपना नाम राहुल राम बताया था। ठग राहुल ने होटल समेत अन्य सुविधाओं मुहैया कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद उसे चारों प्रोफेसर्स ने अलग-अलग किस्तों में 1.63 लाख रुपए यूपीआई के माध्मय से पेमेंट कर दिया। लेकिन उसके बाद भी ठग ने न तो टिकट बुकिंग करवाई और न ही पैसा लौटाया।